Combo GS फाउंडेशन कोर्स

सिविल सेवा परीक्षा देश की सबसे गत्यात्मक परीक्षा है। इसमें तीन कठोर चरण होते हैं, जिसमें उम्मीदवार के ज्ञान और व्यक्तित्व के प्रत्येक पहलू का परीक्षण किया जाता है। लेकिन इसके अलावा, ऐसे विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला है जिनका अध्ययन करने की आवश्यकता है - प्राचीन इतिहास से लेकर विज्ञान और प्रौद्योगिकी में नवीनतम विकास तक। तो क्या इसका मतलब यह है कि यूपीएससी (UPSC) जानबूझकर परीक्षा को हजारों छात्रों के लिए दुर्गम बनाना चाहता है और केवल उच्चतम योग्यता वाले विद्वानों की तलाश कर रहा है? कदापि नहीं!

यूपीएससी पाठ्यक्रम में 2013 में संशोधन के बाद, परंपरागत कोचिंग संस्थानों ने तैयारी के लिए 'गुणात्मक' दृष्टिकोण के बजाय एक 'मात्रात्मक' दृष्टिकोण अपनाया है, जिसकी विशेषताएं हैं - कक्षाओं की संख्या और अवधि में वृद्धि, 'सूचना डंप', कक्षाओं, पाठ्य सामग्री एवं मार्गदर्शन के मध्य एकरूपता की कमी। उन अभ्यर्थियों के लिए जिनके पास इन विषयों का कोई पूर्व ज्ञान नहीं है, इससे कई समस्याएं उत्पन्न होती हैं - वे तथ्यों और रटंत ज्ञान से ऊपर नहीं उठ पाते, अध्ययन की प्रक्रिया इतनी नीरस और अरुचिकर होती है कि वे अपनी तैयारी की गहराई को बनाए नहीं रख पाते, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि अपना पूरा कोर्स पूरा करने के बाद भी, वे स्वयं को 'यूपीएससी के लिए तैयार' ('यूपीएससी रेडी') नहीं कह पाते हैं।

कार्यक्रम के बारे में सम्पूर्ण जानकारी

The Study IAS प्रत्येक अंतिम अभ्यर्थी के लिए यूपीएससी को प्राप्य बनाने के लिए अपनी व्यापक तीन-चरणीय तैयारी पद्धति को विकसित कर रहा है। यह कोर्स वैज्ञानिक रूप से डिजाइन किया गया है, जो इस क्षेत्र में हमारे 32+ वर्षों के अनुभव पर आधारित है, जिसने हमें अभ्यर्थियों द्वारा अपनी तैयारी के विभिन्न चरणों में आने वाली चुनौतियों को समझने में सक्षम बनाया है। पूरा कोर्स परीक्षा के सभी चरणों को विस्तृत रूप से कवर करेगा - जिसमें प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा शामिल है, लेकिन एक अभिनव तरीके से। तीन चरण इस प्रकार हैं:

बेसिक फाउंडेशन (Aarambh) कोर्स:

यह विश्वविद्यालय शिक्षा की कमियों को दूर करने तथा छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार करने का प्रयास करता है। यह शुरुआती या कॉलेज जाने वाले छात्रों के लिए उपयुक्त है, जो तैयारी में प्रवेश कर रहे हैं। लेकिन इससे भी अधिक, किसी भी जिज्ञासु व्यक्ति के लिए जो अपने आस-पास की दुनिया को बेहतर ढंग से समझना चाहता है!

कोर्स की विशेषताएं:

  • 3-4 महीने के भीतर अपना बुनियादी आधार तैयार करें
  • छात्रों को पढ़ने, लिखने और सभी महत्वपूर्ण विषयों की बुनियादी बातों के प्रति वैज्ञानिक दृष्टिकोण से लैस करें।
  • प्रारंभिक स्तर पर अभ्यास के साथ 'कैसे पढ़ें' और 'कैसे सटीक लिखें' पर व्यापक कक्षाएं, ताकि उत्तर लिखने की आदत डाली जा सके
  • सामान्य अध्ययन के लगभग सभी खंडों (इतिहास, भूगोल, संविधान एवं राजनीति, आर्थिक विकास, अंतर्राष्ट्रीय संबंध, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, आंतरिक सुरक्षा एवं पर्यावरण) की मौलिक समझ विकसित करना।
  • यह केवल NCERT कोर्स नहीं है। हालाँकि NCERT का ज्ञान इस कोर्स में अंतर्निहित है और यह का पाठ्यक्रम का हिस्सा है, लेकिन यह इससे भी व्यापक है। इसलिए हम इसे NCERT+ कोर्स कह सकते हैं
  • कक्षा में नियमित उत्तर लेखन अभ्यास

एडवांस फाउंडेशन (Sampoorna) कोर्स:

यह सिविल सेवा परीक्षा के लिए डिज़ाइन किया गया एक व्यापक पाठ्यक्रम है जो सभी चार सामान्य अध्ययन के प्रश्नपत्रों (Prelims cum Mains Foundation) की आवश्यकताओं को विस्तृत रूप से कवर करेगा। इस कार्यक्रम का नाम 'Sampoorna' रखा गया है क्योंकि यह हमारे 'paradigm shifting’ शिक्षण पद्धति को उजागर करता है-

यह कार्यक्रम मुख्य परीक्षा के सभी चार प्रश्नपत्रों एवं निबंध पेपर के लिए एक व्यापक तैयारी प्रदान करता है, इसलिए इसे "Sampoorna" के रूप में जाना जाता है।

कोर्स की विशेषताएं :

कोर्स की अवधि लगभग 14 महीने है

  • विभिन्न विषयों के भीतर और उनके मध्य परस्पर अंतर्संबंधों पर जोर
  • विषयों के मध्य अंतर्अनुशासनात्मक संबंध की समझ विकसित करना
  • मणिकांत सर द्वारा स्वयं ली गई ‘Synapse’ कक्षाओं में सामान्य अध्ययन के दो क्रमिक खंडों के मध्य एक सेतु स्थापित करना
  • 'परिवर्तन' एवं 'क्षैतिज अध्ययन' के एक पैटर्न के माध्यम से मुख्य तथा प्रारंभिक परीक्षा की तैयारी को एकीकृत करने के लिए अद्वितीय शिक्षण पद्धति
  • विभिन्न वर्गों के शिक्षकों के मध्य 'रिले रेस' की तरह सहज समन्वय
  • प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा के लिए प्रगतिशील कठिनाई स्तर के साथ साप्ताहिक परीक्षणों के माध्यम से प्रगति को ट्रैक करें।

सुपर एडवांस स्टेज (Prachand):

यह आपकी तैयारी का अंतिम चरण है, केवल उन्हीं अभ्यर्थियों को इसमें दाखिला लेने की सलाह दी जाती है जिनकी सामान्य अध्ययन की तैयारी कम से कम एक बार पूरी हो चुकी हो। यह पूर्णतः परीक्षा उन्मुख है, इसका उद्देश्य एक मेंटरशिप-आधारित कोर्स के रूप में सिविल सेवा (मुख्य) परीक्षा में अंक बढ़ाना है।

कोर्स की विशेषताएं:

कोर्स की अवधि 2 महीने है

  • अंतर्अनुशासनात्मक दृष्टिकोण के आधार पर, सख्त समय सीमा के भीतर (लघु प्रश्नों के लिए 7 मिनट और लंबे प्रश्नों के लिए 11 मिनट) अपने उत्तरों में अंतर करें
  • 'लौकिक निबंध(Proverbial Essay)' सहित निबंध लेखन में दक्षता विकसित करें
  • दैनिक तथा साप्ताहिक लक्ष्यों एवं परीक्षणों के माध्यम से गहन अभ्यास

जी.एस. मंथन कार्यक्रम:

यह कार्यक्रम समसामयिक मुद्दों की तैयारी हेतु एक 'Paradigm Shift' के रूप में कार्य करेगा। अधिकांश कोचिंग संस्थान अपने फाउंडेशन कोर्स के अंत में समसामयिक मुद्दों को डालना पसंद करते हैं, जैसे कि यह याद रखने के लिए एक अलग विषय है! लेकिन समसामयिकी एक गत्यात्मक इकाई है, जो प्रतिदिन विकसित हो रही है। सही दृष्टिकोण के साथ- इसका पता लगाना बहुत आसान और रोचक है!

जीएस मंथन का उद्देश्य छात्रों को अपनी तैयारी में समसामयिकी को सहजता से एकीकृत करने की अनुमति देना है। इसका लक्ष्य 'सामान्य अध्ययन की साप्ताहिक यात्रा' को रेखांकित करना है।

कोर्स की विशेषताएं :

  • जानकारी की अधिकता से बचने के लिए विषय विशेषज्ञों द्वारा क्यूरेटेड और परीक्षा-उन्मुख मुद्दों पर पाक्षिक कक्षाएं
  • अद्यतन एवं पूर्णतः शोधित अध्ययन सामग्री
  • बहु-आयामी एवं गतिशील कवरेज पर ध्यान केंद्रित करना
  • समसामयिकी की मासिक पत्रिका

अभ्यर्थी एक, दो या सभी प्रोग्रामों में नामांकन करा सकते हैं, लेकिन सभी में नामांकन कराना उनके हित में है क्योंकि इससे यह सुनिश्चित होगा कि उन्हें इस पाठ्यक्रम से अधिकतम लाभ प्राप्त होगा।

आपको कक्षा से परे सशक्त बनाना: आपकी सीखने की यात्रा हमारे साथ कभी समाप्त नहीं होती

  • 2 वर्षों के लिए परिपूरक प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा टेस्ट सीरीज जो आपको अपने परीक्षा कौशल को निखारने के लिए पर्याप्त अभ्यास की अनुमति देती है।
  • 2 वर्षों के लिए समसामयिकी पर आधारित जीएस मंथन की निःशुल्क कक्षाऐं जिससे आप नवीनतम घटनाक्रमों से अवगत रहेंगे।
  • 3 वर्षों के लिए विस्तारित पाठ्यक्रम एक्सेस, जो आपको अपनी गति से सामग्री की समीक्षा हेतु सुवाह्य बनाएगा।
  • प्रति वीडियो 5 बार देखने की सीमा, जिससे कुशल एवं प्रभावी पुनरावलोकन संभव होगा।
  • हमारी अभिनव पहल डार्ट (DART- Developing Attentive Reading for Thinking Creature) मेंटरिंग दृष्टिकोण, जो यूपीएससी मानसिकता में प्रवेश करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।